होम
समाज-संस्कृति
राजकारण
दस्तावेज
धर्म
कला-साहित्य
विश्व
शख्सियत
व्हीडिओ
मराठी
लेटेस्ट आर्टिकल्स
जलियांवाला बाग वो हत्याकांड जो आज़ादी के लिए मील का पत्थर बना
जब बलराज साहनी ने सच में सड़कों पर चलाया हाथ रिक्शा !
खुदा बक्श लाइब्रेरी बचाने के लिए जन आंदोलन की जरुरत !
प्रगतिशील लेखक संघ : आजादी की जद्दोजहद और समाजी हालात का मुकम्मल खाका
‘डिजिटल मीडिया सेन्सरशिप’ या सरकारविरोधी खबरों पर लगाम !
क्यों बढ़ रहे हैं भारत में ईसाई अल्पसंख्यकों पर हमले ?
पारसी रंगमंच के शेक्सपीयर ‘आगा हश्र काश्मीरी’
मुल्क की मुख्यधारा में कैसे आएगें मुसलमान ?
राष्ट्रकूट राजाओं से मुग़ल, सात सुल्तानों का पसंदिदा शहर कंधार
आज भी हर पहली तारीख़ को बजता हैं क़मर जलालाबादी का गीत
शख्सियत
होम
-
शख्सियत
-
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
अप्रैल 13, 2021 07:41 AM
जब बलराज साहनी ने सच में सड़कों पर चलाया हाथ रिक्शा !
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
मार्च 24, 2021 09:21 AM
भगत सिंह कहते थे, ‘क्रांति के लिए खूनी संघर्ष जरुरी नहीं’
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
मार्च 08, 2021 09:39 AM
शोषित वर्गों के हक में आग उगलती थी कृश्न चंदर की कलम
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
मार्च 08, 2021 09:07 AM
...और बगावत बन गई साहिर के मिजाज का हिस्सा!
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
मार्च 03, 2021 08:44 AM
उर्दू ज़बान के ‘शायर-ए-आज़म’ थे फ़िराक़ गोरखपुरी!
शख्सियत
by
टीम डेक्कन
मार्च 02, 2021 11:11 AM
बारा साल की उम्र में ही सरोजिनी नायडू को निज़ाम ने दिया था वजीफा
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 22, 2021 09:26 AM
शायर-ए-इंकलाब ‘जोश मलीहाबादी’ पाकिस्तान क्यों चले गए?
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 21, 2021 10:53 AM
इश्क के नर्म एहसास वाले बागी शायर थे जां निसार अख्त़र
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 15, 2021 09:49 AM
अपनी कहानियों को खुद जीती थी रज़िया सज्जाद जहीर!
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 15, 2021 08:48 AM
एहसान दानिश की पहचान ‘शायर-ए-मजदूर’ कैसे बनी?
शख्सियत
by
राम पुनियानी
फ़रवरी 14, 2021 09:48 AM
सांप्रदायिक राष्ट्रवाद को चुनौती देने वाले इतिहासकार डीएन झा
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 10, 2021 08:19 AM
ज़ज्बात को अल्फाजों में नुमायां करने वाले अफ़साना निगार ‘शानी’
शख्सियत
by
ज़ाहिद ख़ान
फ़रवरी 06, 2021 10:39 AM
कम्युनिज्म को उर्दू में लाने की कोशिश में लगे थे जोय अंसारी
शख्सियत
by
कलीम अज़ीम
फ़रवरी 04, 2021 07:43 AM
गुफ़्तगू ए मौसिक़ी से अनवर गुमनाम क्यों हुए?
शख्सियत
by
टीम डेक्कन
जनवरी 31, 2021 12:36 PM
इलाही जमादार को कहा जाता था मराठी का ‘कोहिनूर-ए-ग़ज़ल’
×
Login
Username or email address *
Password *
Remember Me
Login
Cancel
Lost your password?
Home
Author Page
Contact Us